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यात्रा नोट्स III: तारों भरी रात (मियाजिमा) 1928

कला प्रशंसा

यह शांत वन-कटाई चित्र एक शांतिपूर्ण रात्रि दृश्य को दर्शाता है जहाँ एक पारंपरिक तोरी द्वार शांत जल में उभरता है, जिसके चारों ओर सौम्य रूप से हिलते हुए चीड़ की शाखाएं हैं। रचना में ठोस वास्तुकला और प्रकृति की प्रवाहमयता का अप्रतिम संतुलन नजर आता है—स्थिर जल में तोरी का प्रतिबिंब एक सपनों जैसा आईना प्रभाव बनाता है, जबकि दूर के पहाड़ तारे भरे आकाश के नीचे गहरी शांति और अंतर्मुखी भावनाएँ जगाते हैं। सामने एक पत्थर की लालटेन से निकलती गर्म रोशनी ठंडे नीले रंग के स्वर को नरम काउंटरपॉइंट देती है, दर्शक को इस मौन श्रद्धांजलि और प्रकृति से जुड़ाव के क्षण में रुकने के लिए आमंत्रित करती है।

कलाकार की तकनीक रंगों के स्वच्छ संक्रमण को दर्शाती है, विशेषकर जल और आकाश में गहरे नीले से हल्के नील-हरे रंग तक के सूक्ष्म बदलाव में, जो रात के वातावरण को गहराई से प्रकट करता है। टटोलती और स्पष्ट रेखाएं तोरी, शाखाओं और लालटेन को परिभाषित करती हैं, बिना रंगीन हलकों के सौंदर्य को प्रभावित किए। यह चित्र 20वीं सदी की शुरुआत में बना, पारंपरिक जापानी उकियो-ए शैली के आधुनिक संवेदनशीलताओं की ओर बदलाव को दर्शाता है, जहाँ शांति भरे प्राकृतिक दृश्य गहरे काव्यात्मक ध्यान बन जाते हैं, जो सांस्कृतिक प्रतीकों की शाश्वतता और जल के किनारे तारों भरी रात की अस्थायी सुंदरता का एहसास कराते हैं।

यात्रा नोट्स III: तारों भरी रात (मियाजिमा) 1928

हासुई कावासे

श्रेणी:

रचना तिथि:

1928

पसंद:

0

आयाम:

4375 × 6402 px

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