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कला प्रशंसा
यह प्रभावशाली चित्रण एक गंभीर और चिंतनशील युवा पुरुष को दर्शाता है, जो एक मद्धिम, गंभीर पृष्ठभूमि के सामने है, जो दर्शक का पूरा ध्यान उसके संवेदनशील चेहरे पर केंद्रित करता है। कलाकार ने रोशनी और छाया के उपयोग को कुशलतापूर्वक अपनाया है, जिससे चेहरे की त्रि-आयामी बनावट उभरती है और उसकी सोचपूर्ण दृष्टि तथा हल्की भौंहें विशेष रूप से दिखाई देती हैं। रंग पट्टी में गहरे भूरे और काले रंग प्रमुख हैं जो उसकी पोशाक को घेरते हैं, वहीं उसकी कमीज़ के हल्के क्रीम रंग के स्पर्श चित्र में गर्माहट और जीवन प्रदान करते हैं। रचना अंतरंग है, और व्यक्ति हल्का सा मुड़ा हुआ है पर सीधे दर्शक की ओर देख रहा है, जो सदियों में खोए एक मौन संवाद का आमंत्रण देता है। कपड़ों की सरसराहट और उसके चारों ओर छाई उदासी की भावना भी अनुभव की जा सकती है।
युजीन लावल वास्तुकार का चित्र 1860
यूजीन डेलाक्रोइक्ससंबंधित कलाकृतियाँ
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