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प्रशांत महासागर, आवा प्रांत

कला प्रशंसा

यह भावपूर्ण कृति एक शांत तटीय दृश्य को प्रस्तुत करती है, जहाँ पारंपरिक जापानी तोरई द्वार पानी के किनारे खड़ा है। चित्र की संरचना दर्शक की दृष्टि को अग्रभूमि से, जहाँ एक अकेला व्यक्ति एक छोटी नाव के पास बैठा है, तरंगों की जीवंत लहरों की ओर निर्देशित करती है, जो बीच में उछल रही हैं, और अंत में पीठिका पर बिखरी हरी-भरी पहाड़ियों की ओर ले जाती है। तोरई अपने गर्म लकड़ी के रंगों से ठंडी नीली-हरी समुद्री रंगत से सुंदर विरोधाभास बनाता है।

कलाकारी में सूक्ष्म रेखाओं और कोमल रंगांतरणों का संतुलन है, जो उकियो-ए शैली की विशेषता हैं, पर यहाँ रंगों की परतें गहरा बनाकर आकाश और समुद्र में जीवंतता और गहराई लाती हैं। रंग संयोजन में जीवंत एक्वामरीन, मृदु भूरा और हरे रंग की प्रचुरता है, जो एक ताजगी और चिंतनशीलता का भाव उत्पन्न करता है। सूरज की रोशनी से चमकते समुद्र तट और छायादार पगडंडी के बीच की रोशनी की चाल तस्वीर में गहराई बढ़ाती है। अकेले व्यक्ति की मौजूदगी मानव की नाजुकता और प्रकृति से जुड़ाव का संकेत देती है, जो प्रशांत महासागर की विशालता में शांति के पल की अनुभूति कराती है। यह चित्र जापान के तटीय दृश्यों और तोरई द्वार के आध्यात्मिक महत्व की जीती-जागती झलक प्रस्तुत करता है।

प्रशांत महासागर, आवा प्रांत

हासुई कावासे

श्रेणी:

रचना तिथि:

तिथि अज्ञात

पसंद:

0

आयाम:

843 × 1267 px

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